Laapataa Ladies Movie Review: परफेक्शन का दूसरा नाम है आमिर खान, हम सब जानते हैं कि आमिर खान अपनी फिल्मों में जी जान लगा देते हैं, बरसों देते हैं एक फिल्म को अच्छा बनाने के लिए और अब यही काम उनके प्रोडक्शन हाउस में भी हो रहा है। जी हां दोस्तों आमिर खान प्रोडक्शन की फिल्म लापता लेडिस आज पूरे देश में सुर्खियां बटोर रही है।
Laapataa Ladies Movie Review: किरण राव के निर्देशन में बनी यह फिल्म बिल्कुल आमिर खान की तरह ही जादू बिखरती जा रही है हालांकि इस फिल्म में कोई भी बड़े सितारे, बड़े सैट, महंगे कॉस्ट्यूम नहीं है, लेकिन उसके बावजूद भी अपनी कहानी के दम पर यह फिल्म लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती जा रही है। आज हम जानेंगे कि आखिरकार इस फिल्म में ऐसा क्या है जो यह सभी को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है, इस फिल्म को बाकी फिल्मों से अलग क्यों बताया जा रहा है।
फिल्म की जादू बिखरने वाली कहानी: Laapataa Ladies Movie Review
Laapataa Ladies Movie Review: इस बात में कोई संदेह नहीं है कि इस फिल्म की कहानी जादू भी खेल रही है फिल्म की कहानी एक ट्रेन से शुरू होती है। एक ट्रेन में दो ऐसे जोड़े बैठे हैं जिनकी फिलहाल ही शादी हुई है। दोनों दुल्हनों के चेहरे एक बड़े से घुंघट से ढके हुए हैं, ट्रेन रात के अंधेरे में तेजी से चलती जा रही है।
Laapataa Ladies Movie Review: हम आपको बता दें कि 2001 चल रहा है जिस समय की यह कहानी फिल्म में दिखाई जा रही है तथा ट्रेन में काफी ज्यादा भीड़ है तो दो नवविवाहित जोड़े साथ में बैठ जाते हैं, बातों ही बातों में दहेज तक बात पहुंच जाती है जिसमें दीपक कहता है कि उसने कोई दहेज नहीं लिया, इस बात पर लोग हंसते हैं और दीपक गर्व करने की बजाय शर्म से अपना चेहरा झुका लेता है। हालांकि 2001 है इस वजह से वहां पर दहेज शब्द का इस्तेमाल आसानी से किया जा रहा है अगर 2024 होता तो दीपक को शर्म से अपना सर नहीं झुकाना पड़ता बल्कि लोग उसकी तारीफ कर रहे होते।
Laapataa Ladies Movie Review: बातों ही बातों में समय काफी बीत जाता है और दीपक को एहसास होता है कि उसका स्टेशन आने वाला है, आखिरी बस कहीं छूट न जाए इसकी जल्दबाजी में वह अपनी दुल्हन को जल्दी-जल्दी उतरने के लिए कहता है। दुल्हन काफी लंबा घूंघट डाले हुए जिस वजह से वह दीपक के सिर्फ पैरों को ही देख सकती है। वह दीपक के पीछे-पीछे चलती है और ट्रेन से उतर जाती है और दोनों लोग दीपक के गांव सूरजमुखी पहुंच जाते हैं।
घर पहुंचने पर दीपक की मां नई दुल्हन का घूंघट उठाकर उसका स्वागत करने के लिए आगे आती है तो देखती है की दुल्हन बदल चुकी है। दीपक की दुल्हन फुल की जगह ट्रेन में बैठी दूसरी नवविवाहित जोड़ी की पुष्पा उसके साथ आ जाती है। यह देखकर घर के सभी लोग काफी ज्यादा परेशान हो जाते हैं और दीपक की असली दुल्हन फुल को ढूंढने के लिए निकल जाते हैं।
Laapataa Ladies Movie Review
Laapataa Ladies Movie Review: फिल्म की कहानी में दिखाया जाता है कि कैसे लेडीज का आपस में बदलाव उनकी पूरी जिंदगी बदल देता है। लापता लेडीज फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं करती बल्कि हमें जिंदगी की एक बहुत बड़ी सीख देती है।
फिल्म देखते वक्त आप पूरी तरह से फिल्म में खो जाएंगे, इसकी कहानी को आप अच्छे से समझते जाएंगे और आपको पता भी नहीं चलेगा कि कब फिल्म का the end हो गया और इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि इस फिल्म में बड़ी ईमानदारी से दुनिया को दिखाया गया है। फिल्म की डिटेलिंग पर काम हुआ है।
Laapataa Ladies Movie Review: फिल्म में पूरी तरह से हकीकत को दिखाया गया है जिसका अंदाजा आप दुल्हनों के हाथ में लगी मेहंदी से लगा सकते हैं, शुरुआत में मेहंदी और लाल नाखून पॉलिश का रंग काफी ज्यादा गाढ़ा रहता है और धीरे-धीरे वह समय के साथ फीका पड़ता हुआ भी दिखाया जाता है, जिससे आप अंदाजा लगा पाएंगे की फिल्म की कहानी को कितनी बारीकियां के साथ दिखाया गया है। फिल्म में बोले गए डायलॉग स्नेह देसाई द्वारा लिखे गए हैं जो कि वाकई में फिल्म को नेक्स्ट लेवल पर लेकर जाते हैं।
Laapataa Ladies Movie Review: यह पूरी फिल्म लेडीज की जिंदगी के ऊपर बनाई गई है कि कैसे उनकी पूरी जिंदगी किसी दूसरे इंसान के सहारे चलती है। फिल्म मैं एक जगह पुष्पा यह कहती हुई भी दिखाई जाती है कि पहले जहां वह रहती थी उस जगह का नाम इंदिरापुरम था लेकिन जब सरकार बदल गई तो जगह का नाम अटल गंज हुआ, ऐसे ही हमारे यहां सरकार के साथ नाम बदल दिए जाते हैं। साफ शब्दों में तो नहीं पर इशारा करके यह बताया गया है कि शादी के बाद लड़की का नाम, पता सब बदल दिया जाता है। आप समझ सकते हैं की फिल्म में क्या दिखाने की कोशिश की गई है, यह फिल्म बहुत कुछ सिखाती है।
सबसे बड़ी तारीफ की बात यह है की फिल्म को कई अलग ढंग से शूट किया गया है। किरण राव ने फिल्म में दिख रही फूल और पुष्पा की नजर का काफी इस्तेमाल किया है, उन्होंने इस फिल्म को एक लेडीज की आंखों में दिख रही छवि के अनुसार बनाने की कोशिश की है, जो अक्सर एक सिनेमा मैं देखने को नहीं मिलती है।
Laapataa Ladies Movie Review: फिल्म पूरी तरह लेडीज किरदारों पर ही काम करती रही और वहीं पर एक नुकसान यह भी हो गया की फिल्म पुरुष किरदारों पर ज्यादा काम नहीं कर पाई खास तौर से दीपक पर। जिसे देखकर यह कहा जा सकता है कि यह फिल्म मेन ओरिएंटेड नहीं बल्कि वूमेन ओरिएंटेड है। फिल्म में दो लेडीजों को मुख्य भूमिका के रूप में दिखाया गया है जो की पुष्पा और फूल कुमारी है।
यह दोनों लेडीज पूरी तरह से आपस में विपरीत है। फुल एक ऐसी लड़की है जो अपने पति की बात को पत्थर की लकीर मानती है वहीं पर पुष्पा एक मॉडर्न घराने की लड़की है, जो अपने पति का नाम सबके सामने बेझिझक लेती है, कोई भी काम करने से पहले अपने पति की इजाजत लेना जरूरी नहीं समझती और वहीं पर फूल अपने पति की इजाजत के बिना एक कदम भी नहीं उठाती।
फिल्म में रवि किशन ने निभाई पुलिस ऑफिसर की भूमिका
Laapataa Ladies Movie Review: रवि किशन एक जाने माने कलाकार हैं, उन्होंने इस फिल्म में एक पुलिस ऑफिसर का रोल किया है जिसका नाम श्याम मनोहर है। फिल्म में इस पुलिस वाले को देखकर पहली नजर में ही आप समझ सकते हैं कि यह कोई सिंघम या एंग्रीमैन टाइप का पुलिस वाला नहीं है वल्कि रियल जिंदगी में जैसे पुलिस वाले होते हैं उनकी तरह टांग फैलाकर कुर्सी पर बिना किसी चिंता के बैठने वाला पुलिसमैन है, जिसका मुंह हमेशा तमाखू वाले पान से भरा रहता है।
Laapataa Ladies Movie Review: केस दर्ज किए जाने पर श्याम मनोहर फूल कुमारी के केस की जांच कर रहा होता है। यहां पर इस पुलिस मैन की पर्सनैलिटी इस तरह से दिखाई गई है कि आप अंदाजा भी नहीं लगा पाएंगे कि यह आगे आने वाले पल में क्या करेगा आप जैसा सोचेंगे असल में यह बिल्कुल उसके विपरीत ही करते हुए नजर आएगा जिससे आप सब चौंक जाएंगे रवि किशन ने इस पुलिस अफसर की भूमिका को काफी अच्छी तरह से निभाया है जो की तारीफ के लायक है।
हमारे अकॉर्डिंग फिल्म Laapataa Ladies काफी अच्छी बनी है, आपको क्या लगता है? आप अपना फीडबैक भी नीचे कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं, बाकी अगर आपने अब तक यह फिल्म नहीं देखे तो आपको यह फिल्म जरूर देखनी चाहिए।
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नमस्कार मेरा नाम Vipin Raikour है, मैं पिछले 5 सालों से डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। मुझे लिखने का तथा अलग-अलग विषयों में जानकारी जुटाने का काफी शौक है। अभी फिलहाल में अपने द्वारा बनाई गई इस साइट mekhabar.com पर लेटेस्ट न्यूज़ संबंधित आर्टिकल लिखता हूं और आशा करता हूं कि मेरे द्वारा लिखे गए आर्टिकल आपको सही जानकारी देंगे तथा आपके जीवन को सरल बनाएंगे। धन्यवाद !
एक अद्भुत फिल्म जो दिलों को छू लेती है! 🎬✨ लापता लेडीज़ की कहानी ने हमें हर्षित कर दिया। 🌟💖