Voice Cloning Kya Hai: आज के आधुनिक जमाने में AI तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। ऐसे में हमारा देश जिस गति से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही गति से देश में होने वाले धोखों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। Voice Cloning के जरिए देश में कई सारे घोटाले हमारे सामने नजर आ रहे हैं। हाल ही में Voice Cloning से दिल्ली में रहने वाले एक परिवार को लगभग 13 लाख रुपए का चूना लगाया गया।
इस तकनीक का इस्तेमाल करके ठगों ने परिवार को फोन किया तथा उनके बेटे की आवाज सुनाई और अपने जाल में फंसा कर उनसे पैसे निकलवाए। आपको भी इस तरह के फ्रॉड से बचना चाहिए, आपके भी साथ Voice Cloning जैसी तकनीक का इस्तेमाल करके धोखा किया जा सकता है।इससे बचने के लिए वॉइस क्लीनिंग क्या होती है और इससे कैसे लोगों को ठगा गया है, इसके बारे में हमने इस लेख में सब कुछ बताया है। कृपया करके इस लेख को पूरा पढ़े ताकि आपके साथ ऐसा धोखा ना हो सके।
AI Voice Cloning Kya Hai?
जी हां दोस्तों AI Voice Cloning एक ऐसी ही तकनीक है जिससे कई इंसानों को धोखे के जाल में फंसा कर पैसे लूटे गए हैं। इस तकनीक के जरिए आप किसी भी इंसान की आवाज को कॉपी करके उसकी नकली आवाज निकाल सकते हैं, जो की सुनने में बिल्कुल ओरिजिनल आवाज जैसी ही लगती है।
AI के जरिए इस नकली आवाज को कुछ ही सेकंड्स में तैयार किया जा सकता है। अगर हम सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee की माने तो उसके अनुसार थोड़ी सी बेसिक जानकारी और मात्र 3 या 4 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग से, हम उस शख्स की आवाज को 85% तक मिलती-जुलती नकली आवाज में तब्दील कर सकते हैं, वहीं पर वॉइस क्लोनिंग के एक्सपर्ट कुछ ऑडियो फाइल्स के जरिए उस शख्स की आवाज को 95% तक कॉपी करके उसकी नकली आवाज तैयार कर सकते हैं।
Voice Cloning तकनीक का इस्तेमाल कर कई परिवारों से ठगे लाखों रुपए
आज के समय में ऐसे कई सारे केस निकलकर सामने आ रहे हैं जिनमें लोगों को AI Voice Cloning के जरिए ठगा गया है। इस तकनीक का इस्तेमाल करके परिवारों से उनके बच्चों की रोती हुई आवाज में बात की जाती है तथा उनसे पैसे मांगे जाते हैं। इस तकनीक के द्वारा बनाई गई नकली आवाज पूरी तरह से रियल लगती है जिसे पहचान पाना आसान नहीं होता है।
ऐसे में आपके लिए भी यह जानना अत्यंत आवश्यक हो जाता है कि आप AI Voice Cloning की आवाज को कैसे पहचान सकते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा धोखा होता है तो आप इसकी परख कैसे कर सकते हैं। हाल ही में एक खबर सामने आई थी जहां पर किडनैपर्स ने कुछ बच्चों को किडनैप कर लिया था और उनके मां-बाप को उन बच्चों की रोती हुई आवाज सुना कर एक बड़ी रकम की मांग की थी।
पर असल में बच्चों को किडनैप नहीं किया गया था, वह आवाज AI Voice Cloning के जरिए उन मां-बाप को सुनाई जा रही थी। ऐसी कई सारी घटनाएं देश और विदेशों में घट चुकी हैं, व्हाट्सएप के जरिए, नॉर्मल कॉल के जरिए, इस तरह की ठगई होती जा रही है।
कुछ समय पहले ही गाजियाबाद में इस तकनीक का इस्तेमाल करके एक परिवार को ठगा गया, जिसमें कुछ लोगों ने गाजियाबाद के रहने वाले एक बिजनेसमैन के घर पर कॉल लगाया और कहा कि वह दिल्ली पुलिस के अफसर बोल रहे हैं, और कहा कि उनके बेटा रेप केस में पकड़ा गया है, अगर वह इस मामले को रफा दफा करना चाहते हैं तो उन्हें एक भारी रकम देनी होगी, उनके द्वारा लगभग 13 लाख रुपए की मांग की गई।
परिवार को उनकी बात पर यकीन नहीं आया तो उन लोगों AI Voice Cloning तकनीक का इस्तेमाल करके अपने फोन से उसके बेटे की आवाज सुनाई, जिसमें उनका बेटा रोते हुए खुद को बचाने की गुहार लगा रहा था। बेटे की आवाज सुनकर परिवार को भरोसा हो गया कि यह मामला सच है तो उन्होंने बताई गई जगह पर मांगी हुई रकम को भेज दिया, पर कुछ समय बाद दोबारा से जब रकम को बढ़ाकर मांगा गया तो परिवार वालों को शक हुआ और उन्होंने अपने बेटे के फोन पर कॉल लगा दिया, बेटे द्वारा कॉल उठाकर बताए जाने पर कि वह बिल्कुल सही सलामत है, घर वालों के पैरों से जमीन खिसक गई।
वह यह मामला लेकर पुलिस स्टेशन में पहुंचे और शिकायत दर्ज करी। पुलिस थाने में जब मामला पहुंचा तब इसकी जांच की गई और पाया गया कि यह ठगई AI Voice Cloning के जरिए की जा रही थी। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि AI Voice Cloning का अगर गलत इस्तेमाल किया जाए तो यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है। चलिए जानते हैं कि आखिर आप इस तरह के फ्रॉड से कैसे बच सकते हैं।
AI Voice Cloning के फ्रॉड से बचने के उपाय
आज हम सब तकनीक की तरफ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, इस आधुनिक जमाने में साइंस के इस्तेमाल से हमें जितना फायदा होता है शायद उतना ही नुकसान भी होता है पर अगर हम इसका सही इस्तेमाल करें, और इसके बारे में सही जानकारी रखें तो इसमें किए जाने वाले फ्रॉड से बचा जा सकता है। इस फ्रॉड से बचने के लिए आप नीचे दिए गए कुछ प्वाइंट्स को पढ़ सकते हैं।
- अपने फोन नंबर, ईमेल आईडी, आधार कार्ड जैसी जरूरी जानकारी को हर किसी के साथ शेयर ना करें
- अपने स्मार्टफोन में हमेशा कॉलर आईडी फीचर्स को ऑन रखें ताकि आपको आने वाली कॉल के बारे में पता लग सके कि वह कॉल स्कैम है, मार्केटिंग कॉल है या फिर नॉर्मल कॉल है
- अगर भविष्य में आपके पास भी ऐसी कोई कॉल आती है तो सबसे पहले जिसके बारे में कॉल है उसे फोन लगाकर कंफर्म जरूर करें और पुलिस स्टेशन में इसकी जानकारी दर्ज कराएं
आशा करते हैं इस लेख के माध्यम से आपको AI Voice Cloning के बारे में तथा इसके जरिए किए जाने वाले फ्रॉड से बचने के बारे में, सही जानकारी मिल सकी होगी। अगर आप इससे संबंधित कुछ और भी सवाल पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर अवश्य करें ताकि इस तरह के किए जाने वाले फ्रॉड से वह भी बच सके, लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
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नमस्कार मेरा नाम Vipin Raikour है, मैं पिछले 5 सालों से डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। मुझे लिखने का तथा अलग-अलग विषयों में जानकारी जुटाने का काफी शौक है। अभी फिलहाल में अपने द्वारा बनाई गई इस साइट mekhabar.com पर लेटेस्ट न्यूज़ संबंधित आर्टिकल लिखता हूं और आशा करता हूं कि मेरे द्वारा लिखे गए आर्टिकल आपको सही जानकारी देंगे तथा आपके जीवन को सरल बनाएंगे। धन्यवाद !