Disease Like Depression: हमारे समाज में मेंटल हेल्थ से लेकर कई सारी समस्याएं सामने आती रहती हैं, जिनमें से ज्यादातर डिप्रेशन जैसी समस्याएं आज के नवयुवकों में देखने को मिलती हैं। डिप्रेशन की समस्या ज्यादातर आपको महिलाओं में देखने को मिलती है, पर क्या आपको पता है कि यह बीमारी महिलाओं एवं पुरुषों दोनों को हो सकती है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि पुरुषों में डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी के लक्षणों की पहचान कैसे करें तथा इससे आप कैसे बच सकते हैं।
सबसे ज्यादा सोचने वाली बात यह है कि ज्यादातर लोगों को इस बीमारी के बारे में पता ही नहीं चलता और वह इससे ग्रसित रहते हैं। पुरानी कहावत में कहा भी जाता है कि मर्द को दर्द नहीं होता पर असल जिंदगी में ऐसा नहीं है। दर्द शरीर में होता है और शरीर महिला का हो या पुरुष का फर्क नहीं पड़ता।
पुरुष भी महिलाओं की तरह ही कई सारी परेशानियों का सामना करते हैं, वह भी डिप्रेशन के शिकार होते हैं, उन्हें भी मानसिक बीमारियां होती हैं, पर अक्सर वह अपने कामकाज के चलते इन बीमारियों को नजर अंदाज करते रहते हैं जिससे यह एक बड़ा स्वरूप ले लेती है। चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे आप इस बीमारी को पहचान सकते हैं और बिना किसी परेशानी के आप इसका इलाज कर सकते हैं।
Depression के लक्षण
दुनिया में लाखों लोग डिप्रेशन जैसी बीमारी से ग्रसित है यह बीमारी पुरुष और महिलाओं दोनों को हो सकती है, लेकिन पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा डिप्रेशन के लक्षण थोड़े अलग होते हैं। जैसे
1- डिप्रेशन के शिकार पुरुषों में ज्यादातर अंदरुनी शर्म और कमजोरी के भाव आ जाते हैं, जिससे वह लोगों से दूरी बनाने लगता है तथा सोशल एक्टिविटीज में भाग लेने में संकोच करता है। इस बीमारी से ग्रसित लोग ज्यादातर अकेले में समय बिताना पसंद करते हैं और जल्दी रोने भी लगते हैं।
2- इस मानसिक बीमारी में आदमी काफी चिड़चिड़ा, उदास और गुस्सैल स्वभाव का हो जाता है क्युकी वह अंदर से दुःखी होता है और उसकी सभी भावनाएं गुस्से में या रोते हुए बाहर निकलती हैं।
3- इस समस्या से ग्रसित लोग ज्यादातर नशीले पदार्थों का सेवन करने लगते हैं, लापरवाह हो जाते हैं और जरूरत से ज्यादा काम करने लगते हैं ताकि उन्हें रियलिटी का सामना न करना पड़े
4- डिप्रेशन की समस्या पुरुषों में कई लक्षणों के साथ दिखाई देती है जैसे कि पेट दर्द, पीठ दर्द, पाचन की समस्या, सर दर्द तथा इन लक्षणों को नजर अंदाज करने से डिप्रेशन की समस्या और भी बढ़ती जाती है।
5- डिप्रेशन से शिकार पुरुष अलग तरह की हरकतें करने लगते हैं जैसे कि जुआ खेलना, गलत तरीके से ड्राइविंग करना, ज्यादा सेक्सुअल प्रैक्टिस करना और अपने स्वास्थ्य का ख्याल ना रखना
6- इस बीमारी से ग्रसित पुरुषों को ज्यादातर नींद की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में व्यक्ति को या तो जरूरत से ज्यादा नींद आती है या फिर बिल्कुल भी नींद नहीं आती।
7- इस बीमारी के चलते पुरुषों का काम में मन नहीं लगता, जिस काम को करने में वह सबसे ज्यादा एंजॉय करते थे, उसी काम से उनका मन हट जाता है और वह खालीपन, अकेलापन महसूस करने लगते हैं।
8- ऐसे समय में पुरुष सही से निर्णय लेने में असक्षम होते हैं, उन्हें खुद की काबिलियत पर संदेह होने लगता है। अगर यह समस्या ज्यादा गंभीर हो जाती है तो उनके मन में आत्महत्या के विचार आने लगते हैं और कई सारे डिप्रेशन से शिकार पुरुष इसको अंजाम भी दे देते हैं।
9- इस बीमारी से ग्रसित लोग अपनी पसंदीदा काम को करना बंद कर देते हैं तथा सांस फूलना और हार्टबीट बढ़ाने जैसी समस्याओं का सामना करने लगते हैं। उनके अंदर सुस्ती होती और ऊर्जा की कमी रहती है। अगर कोई पुरुष लंबे समय तक इस बीमारी का शिकार रहता है तो मुंह सूखना और चक्कर आना भी स्वाभाविक है। इस बीमारी से ग्रसित लोगों की मांसपेशियों में तनाव, छाती में खिंचाव और बिना किसी काम काज के थकान रहती है।
डिप्रेशन की समस्या ज्यादातर, अपनी बातों को लोगों से साथ न करने से, अपनी फीलिंग को अपने दोस्तों के साथ न बांटने से, उत्पन्न होती है। अक्सर देखा जाता है और कहा भी जाता है कि मर्दों को दर्द नहीं होता, जिस कारण वह लोगों के सामने अपने दुख को सही से जाहिर भी नहीं कर पाते और उन्हें डिप्रेशन जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।
डिप्रेशन से बचने के उपाय
डॉक्टर के मुताबिक डिप्रेशन और और एंग्जायटी जैसी समस्याएं ज्यादातर नवयुवकों में देखने को मिलती हैं जो की धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। समय के साथ यह समस्या छोटे-छोटे बच्चों में भी देखने को मिल रही है। इस समस्या पर नियंत्रण करना तथा लोगों को इसके बारे में अवगत कराना अत्यंत जरूरी है ताकि समय रहते वह स्वयं को इस गंभीर समस्या से बाहर निकाल सकें और खुद पर नियंत्रण रख सके।
डॉक्टर के मुताबिक डिप्रेशन या एंजायटी जैसी मानसिक समस्याओं का निवारण करने के लिए जरूरी नहीं है की हर समय दवाइयां को लेने की ही जरूरत पड़े। आप इसे अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव के साथ भी नियंत्रण में ला सकते हैं। यह मानसिक बीमारी है जिसे आप अपनी अंदरुनी शक्तियों से कंट्रोल कर सकते हैं।
इस बीमारी को नियंत्रण में रखने के लिए तथा डिप्रेशन से शिकार पुरुषों को नीचे दिए गए कुछ बातों पर ध्यान रखना चाहिए;
1- समय पर सोएं
एक्सपर्ट के मुताबिक डिप्रेशन से शिकार लोगों में ज्यादातर नींद की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में सबसे जरूरी होता है कि वह है 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें, रात को समय पर सोए, जिससे वह इस समस्या को कंट्रोल में ला सकते हैं। रात में ज्यादातर जागने से बुरे ख्यालों का स्वयं पर हावी होना स्वाभाविक होता है, जिसके चलते यह बीमारी और भी बढ़ सकती है।
2- खुद के साथ समय बिताए
इस समस्या से उभरने के लिए आपको स्वयं पर नियंत्रण लाना होता है। अगर इस बीमारी से आपको जल्दी उभारना है तो खुद के साथ समय बिताना होगा क्योंकि आप ही हैं जो अपनी भावनाओं और अपने दिमाग पर नियंत्रण ला सकते हैं। ऐसे में आपको कम से कम एक घंटा खुद के साथ समय बिताना होगा जब आप अपनी हॉबी जैसे की पेंटिंग, डांसिंग, किताबें पढ़ना, आदि को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
3- प्रकृति से जुड़े और प्रकृति के बीच समय बताएं
कई सारी रिसर्च में बताया गया है की प्रकृति में समय बिताने से कई सारी बीमारियों का निवारण स्वत: ही हो जाता है। ऐसे में आप सुबह या शाम किसी भी वक्त अपने नजदीकी पार्क या समुद्र बीच पर टहलने की आदत बनाएं जिससे आपके अंदर डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार देखने को मिलेगा। प्रकृति के साथ समय बिताने से आप का दिमाग संतुलन में आता है तथा सभी दिमागी बीमारियों का स्वत: ही इलाज होता रहता है।
4- योग व मेडिटेशन करें
अपने शरीर को सक्रिय रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज और योग करना अत्यंत आवश्यक होता है। ऐसा करने से आपका शरीर पूरी तरह से सक्रिय रहता है तथा नकारात्मक विचारों को स्वयं से दूर करने में मदद करता है। डिप्रेशन से शिकार व्यक्तियों को योग और मेडिटेशन अवश्य करना चाहिए। यह डिप्रेशन जैसी बीमारी को खत्म करने का रामबाण तरीका है। मेडिटेशन आपके मन को शांत रखेगा और आपके अंदर से नकारात्मक विचारों को हटाकर सकारात्मक विचारों को लाएगा।
कुछ और नेचुरल उपाय
1- डिप्रेशन को कम करने के लिए आपको दिन में सादा ठंडा पानी पर्याप्त मात्रा में पीना चाहिए जो कि आपका मां को शांत रखेगा।
2- डॉक्टर के मुताबिक रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में जायफल पाउडर मिलाकर पीने से दिमाग की बीमारियों जैसे डिप्रेशन से निपटने में सहायता मिलती है
3- डिप्रेशन से शिकार व्यक्तियों को रात में डिनर के समय सलाद का सेवन अवश्य लेना चाहिए तथा कैफीन युक्त पदार्थ जैसे कि कॉफी से बचकर रहना चाहिए। यह नींद को आने से रोकता है जिससे आपकी बीमारी और भी बढ़ सकती है।
4- नशीले पदार्थों जैसे कि तंबाकू, गुटका, दारु आदि का सेवन करना बंद करना होगा क्योंकि इन सब का सेवन करने से हमारा शरीर मानसिक संतुलन खो देता है और आपकी डिप्रेशन जैसी समस्या को बढ़ा देता है।
5- डिप्रेशन से ग्रसित लोग ज्यादातर अपनी डाइट में बदलाव कर देते हैं जैसे कि समय से खाना ना खाना, जिस कारण वजन कम होने जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। ऐसे में ध्यान रखें कि आप समय से सभी पोस्टिक पदार्थ, फलों तथा भोजन को ग्रहण करें।
आशा करते हैं इस लेख के माध्यम से आपको आज के समय में नवयुवकों को होने वाली सबसे गंभीर समस्या डिप्रेशन के बारे में सही जानकारी मिल सकी होगी। यह समस्या मानसिक है, जिसका कंट्रोल आपके हाथ में है, अगर आप स्वयं पर नियंत्रण रखते हैं तथा इस बीमारी के लक्षणों को पहचानते तो समय रहते आप इसका इलाज स्वयं ही कर सकते हैं अन्यथा यह बीमारी बहुत ही गंभीर रूप ले सकती है, इसके लक्षण हमने आपके ऊपर बताए भी हैं।
हालांकि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले एक बार अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें क्योंकि यह लेख किसी भी डॉक्टर की सलाह अनुसार नहीं लिखा गया है। चलिए लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों को भी शेयर करिए, मिलते हैं किसी ऐसे ही अन्य लेख में जो आपको एक नहीं रहा दिखाएगा, लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
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नमस्कार मेरा नाम Vipin Raikour है, मैं पिछले 5 सालों से डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। मुझे लिखने का तथा अलग-अलग विषयों में जानकारी जुटाने का काफी शौक है। अभी फिलहाल में अपने द्वारा बनाई गई इस साइट mekhabar.com पर लेटेस्ट न्यूज़ संबंधित आर्टिकल लिखता हूं और आशा करता हूं कि मेरे द्वारा लिखे गए आर्टिकल आपको सही जानकारी देंगे तथा आपके जीवन को सरल बनाएंगे। धन्यवाद !